मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत
यह ₹500 वाली भीड़ नहीं है और ना शराब पीने वाले नशेड़ी हैं जो चुनावी भाषण सुनने के लिए लाए जाते हैं ये अपने खुद का पैसा खर्च करके आए हैं और यह तस्वीर हिंदुस्तान के उन किसानों की है जो करोड़ों हिंदुस्तानियों के लिए अनाज उगाता है।