अल्लाह हू अकबर और हर हर महादेव दोनों नारे एक साथ
अल्लाह हू अकबर
हर हर महादेव
यही है असली हिंदुस्तान
गंगा जमुनी तहजीब
जय जवान जय किसान जय भारत जय हिंदुस्तान यही है वह प्यार आईडिया जो अनेक नामों से पुकारा जाता है अनेक समाज के लोगों को एक मंच पर एक साथ अल्लाह हू अकबर हर हर महादेव के नारों से गूंज उठा मैदान हर तरफ यही आवाज आ रही थी अल्लाह हू अकबर हर हर महादेव
राकेश टिकैत साहब बोल रहे थे वह तोड़ने का काम करते हैं हम जोड़ने का काम करेंगे दोनों साथ एक साथ दोनों नारे लगते रहेंगे ऐसा लगता है जैसा हमारा देश किसान भाइयों के हाथों में हिफाजत से है किसान भाइयों को क्या राजनीति सच में आ जाना चाहिए यह कहना है मुस्लिम ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब्दुल रहमान मलिक का हम सब एक हैं एक होकर ही रहेंगे भारत के अंदर हर तरह का फूल हर भाषा का हर जाति का इंसान एक छत के नीचे बैठता है तो हमारा भाईचारा कभी खराब नहीं हो ही नहीं सकता जय हिंद जय भारत यह है मेरा इंडिया